रशियन महिला के लिए मददगार बन के आया 9 वीं का छात्र ईशान
सत्यखबर यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) – एक तरफ जहां पंचकूला के रतेडी का दीपक रशियन महिला से धोखाधड़ी कर उसे बीच सड़क यमुनानगर के सावनपूरी इलाके में छोड़ फरार हो गया था। तब सेक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल का छात्र उसके लिए मददगार बन कर सामने आया। 9वी के छात्र ईशान ने पहले तो रूसी महिला को छोड़ भाग रहे बाइक सवारों का पीछा किया लेकिन वो बाइक पर तेज़ रफ़्तार से वहां से भाग निकले। जिसके बाद ईशान उस रूसी महिला के बैग और उसे लेकर अपने घर आया। ईशान ने अपने घरवालो को बुलाया और उसे समझा कर उसे पानी पिलाया और फिर गूगल ट्रांसलेट के ज़रिए उसकी बात समझने का प्रयास किया। वही ईशान के इस सराहनीय कदम से परिवार वालो ने भी उसका होंसला बढ़ाया है।
रशियन महिला का के लिए मददगार बन के आया 9 वीं का छात्र ईशान। ईशान ने बताया कि किस प्रकार उसने उस रशियन महिला की मदद की। मैं स्कूल से आ रहा था घर के रास्ते एक रूसी लेडी खड़ी थी। सामने से दो वाले बाइक वाले उनके साथ आ रहे थे वो दूसरी डायरेक्शन में भागे मैंने 200 मीटर तक उनका पीछा किया पर वह बाइक पर थे बहुत तेज फिर मैं वापस उस लेडी के पास आया वो बहुत परेशान लग रही थी फिर मैंने उससे कम्युनिकेट करने की कोशिश की। लेकिन उसे इंग्लिश नहीं आती और न ही कोई और भाषा समझ आ रही थी ।इतना पता लगा उनका सामान चोरी करके वो युवक भाग गया। मैंने उनका बैग अटैची और अपना स्कूल बैग लेकर मैं घर आ गया ।उनसे बात करने का प्रयास किया।
फिर मैंने अपने घर वालों को बुलाया गूगल ट्रांसलेट के जरिए उसे भाषा समझने की थोड़ी कोशिश की तब बात पता चली की कोई दीपक उनको चंडीगढ़ से यहां लेकर आया था और यहाँ छोड़ कर चला गया। ये बहुत ही गलत बात है इससे हमारे देश का उन लोगो पर बहुत गलत इम्प्रेशन पड़ेगा। जब वो अपने देश वापिस जाएंगे तो ये इमेज लेकर जाएंगे कि यहाँ के लोग कैसे है ।जो भी धोखाधड़ी की बहुत गलत किया उन्होंने। वही ईशान ने कहा कि वो महिला जितनी भी देर तक हमारे घर रही उसने अच्छा महसूस किया वो भावुक हो रही थी बार।जब उसका मन हल्का हुआ तो उसने पूरे परिवार का आभार व्यक्त किया और हमारे साथ तस्वीरे भी खिंचवाई।
कैबिनेट मंत्री मनीष ग्रोवर से सुनिए अब हुड्डा परिवार का रोहतक में क्या होगा
वहीं ईशान के पिता संजीव शर्मा का कहना है कि हम लोग तब घर पर नहीं थे जब ईशान उस रशियन महिला की मदद कर उसे घर पर लाया। उसने हमें बताया तभी कुछ ही देर बाद हम लोग भी घर पर आ गए। तब हमने भी गूगल ट्रांसलेट के जरिए उनसे रशियन भाषा में उनकी बात समझने की कोशिश की ।वो महिला बहुत ज्यादा परेशान थी कुछ देर बाद फिर पुलिस को हमने सूचना दी जिसके बाद महिला थाने की पुलिस व अन्य पुलिस की टीम यहां पर आ गई ।और उससे फिर बातचीत करने का प्रयास किया महिला थाना की टीम उसको हमारे घर से लेकर चली गई थी।
इसी बीच हम लोग परिवार के साथ जीएम कॉन्टिन मेरी पत्नी का जन्मदिन मनाने गए थे कि अचानक जब होटल से बाहर निकले तो वहीं महिला पुलिस की गाड़ी में कहीं आगे जा रही थी हम भी उस गाड़ी के पीछे पीछे अपनी गाड़ी लगा ली वह गाड़ी ग्रे पहुंची और जब पुलिस अधिकारियों से हमने बात की और फिर उस रशियन महिला ने ईशान को देखा और हम सब को देखा तो वह फिर से भावुक हो गई वह ईशान का धन्यवाद करना चाह रही थी कि जिस प्रकार से ईशान ने उसकी मदद की मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि हर मां बाप अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें जरूरी नहीं कि वह बड़े स्तर पर अपना नाम रोशन कर सकें बच्चों के अंदर अगर संस्कार हो तो वैसे किसी प्रकार की भी किसी की भी मदद कर सकते हैं जैसा कि मेरे बेटे ईशान ने किया मुझे इस के इस सराहनीय कदम पर बहुत गर्व है मैं सभी से यही अपील करूंगा कि अगर कोई इस प्रकार से आपको मिलता है ।